विज्ञान(science) और उनके शाखाएँ
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विज्ञान(science) और उनके शाखाएँ

'विज्ञान' शब्द के लिए अंग्रेजी भाषा में समानार्थक शब्द science  हैं जिसकी उत्पत्ति लेटिन शब्द scientia से हुई मानी जाती हैं। Scientia इस लेटिन शब्द का अर्थ ज्ञान या जानना हैं। 

                विज्ञान के विषय में परिभाषा के तौर पर यह जानना चाहिए की भौतिक जगत में जो भी घटित हो रहा हैं उसका क्रमबद्ध ज्ञान या व्यवस्थित ज्ञान ही विज्ञान हैं।  'विज्ञान' विशेष ज्ञान  या विशिष्ट ज्ञान को कह सकते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें विज्ञान नजर आता हैं। विज्ञानं  समग्रदृष्टि में जानने के लिए नीचे के तथ्यों  अवलोकन आवश्यक हैं। 



विज्ञान की विभिन्न शाखाएँ (Branch of  science)
विज्ञान की दो मुख्य शाखाएँ है -भौतिक विज्ञान और जीवविज्ञान।

भौतिक विज्ञान(physical science)
 भौतिक विज्ञान का सम्बन्ध निर्जीव पदार्थो और उनके सबद्ध घटनाओ से होता है। 

भौतिक विज्ञान की दो शाखाएँ है -
  1. भौतिकी (physics )
  2. रसायनशास्त्र (chemistry )
जीव विज्ञान(life science)
जीव विज्ञान का सम्बन्ध सजीव पदार्थो और उनके सम्बंधित घटनाओ से है। 

जीव विज्ञान की भी दो प्रमुख शाखाएँ हैं -
  1. पेड़-पौधे से सबद्ध वनस्पतिविज्ञान (botany)
  2. और जीव-जन्तुओ से सम्बद्ध प्राणिविज्ञान(Zoology)
किसी वैज्ञानिक के तरीके,अर्थात वैज्ञानिक विधि (scientific method) पाँच मुख्य अंग है -
  1. घटनाओ का सावधानीपूर्वक किया गया प्रेक्षण (obsevation) 
  2. संभावित करने का अनुमान लगाना 
  3. परीक्षणों और प्रयोगो द्वारा उन कारणो की जाँच (test)
  4. जाँचो आधार पर किसी निष्कर्ष पर पहुँचाना 
  5. आवश्यकतानुसार विचारो और सोच में अपरिहार्य परिवर्तन करना  
वैज्ञानिक किसी एक राष्ट्र या किसी एक काल के नहीं होते। वे समस्त मानवजाति होते है। विज्ञान एक निरंतर चलनेवाली मानवीय प्रक्रिया है। महान वैज्ञानिक अलबर्ट आईंस्टाइन(Albert Einstein)ने कितना ठीक कहा था -

इस बात को हमेशा याद रखना की जो अद्भुत बाते तुम अपने विद्यालयों में सीखते हो ,वे संसार के सारे देशों में कई पीढ़ियों द्वारा उत्साहपूर्वक किए गए प्रयास और अनवरत परिश्रम का ही फल है। यह सबकुछ तुम्हारे हाथों में विरासत के रूप में दिया गया है ताकि तुम इसे स्वीकार करो,इसे मान दो,इसमें वृद्धि करो और एक दिन तुम भी अपने अगले पीढ़ी को सौप जाओ। 

 मापन 

विज्ञान मापन (measurement )पर आधारित है।किसी भी राशि (quantity) की माप के लिए कुछ मानक मापों की आवश्यकता होती है।इसी मानक (standard) को उस राशि का मात्रक (unit) कहते हैं। 

किसी राशि का परिमाण (magnitude) उसके मात्रक के साथ तुलना (comparison) करके ज्ञात किया जाता है। उदहारण के लिए ,जब हम कहते हैं कि किसी टेबल की लंबाई 2 मीटर है तो इसका अर्थ है कि कि दो मीटर स्केलों को एक सीध में सिरे से सिरा जोड़कर रखने पर वे टेबुल के लंबाई के तुल्य होंगें।अतः,टेबुल की लंबाई का परिमाण है -

2 मीटर =2× 1 मीटर 

इस प्रकार किसी राशिके परिमाण के पूर्ण विवरण के लिए निम्नांकित दो बातों का ज्ञान आवश्यक है। 

  1. एक मात्रक (unit) जिसमें राशि को व्यक्त किया गया,तथा 
  2. एक संख्यांक (numeral), जो यह बताता है कि दी गई राशि में वह मात्रक कितनी बार शामिल है। 

भौतिक राशियाँ 

भौतिकी (physics) के नियमों को जिन पदों (terms) में व्यक्त किया जाता है उन्हें भौति राशियाँ (physical quantities) कहते हैं ,जैसे -लंबाई ,द्रव्यमान ,समय ,बल ,ऊर्जा,वेग इत्यादि। 

भौतिक राशियाँ दो प्रकार की होती हैं -

  1. आधारी राशियाँ (base or basic quantities) तथा
  2. व्युत्पन्न राशियाँ (derived quantities)

आधारी राशियाँ वे हैं जो स्वतंत्र (independent) मानी जाती हैं ,जैसे -लंबाई ,द्रव्यमान,समय इत्यादि। वास्तव में आधारी राशियाँ सात हैं। 

व्युत्पन्न राशियाँ वे हैं जो आधारी राशियों के पदों में व्यक्त की जाती हैं ,जैंसे -क्षेत्रफल ,आयतन ,बल ,कार्य ,ऊर्जा इत्यादि।

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