- शरीर अखंडित (unsegmented) तथा द्विपार्श्व सममित होता है लेकिन टॉर्सन (torsion) नामक प्रक्रिया के कारण कई मोलस्का का शरीर असममित (asymmetrical)हो जाता है। जैसे घोंघा (snail)
- इनका शरीर एक कोमल झिल्ली द्वारा ढँका रहता है ,जिसे प्रावार या मेन्टल (mantle)कहते हैं।
- शरीर प्रायः कैल्शियम कार्बोनेट के एक कवच (shell)से ढँका रहता है।
- ह्रदय पृष्ठभाग में हृदयावरण (pericardium)के अंदर स्थित होता है।
- रक्त परिसंचरण तंत्र खुला (open)होता है।
- श्वसन ,गिल्स /टेनिडिया (ctenidiya)या फुफ्फुस (pulmonary sac)के द्वारा होता है।
- देहगुहा छोटी होती है।
- पाद पेशियुक्त (Muscular)होता है।
- ये सामान्यतः एकलिंगी होते हैं। कुछ द्विलिंगी भी होते हैं।
मोलस्का के उदहारण :-काईटन(chiton),घोंघा (pila),सीप (unio),ऑक्टोपस (octopus),सीपिया (sepia)