अच्छा स्वास्थ्य ही सुखी जीवन का आधार हैं। स्वस्थ व्यक्ति ही रोग और मानसिक तनावों से मुक्त होता है। उसके सभी अंग एवं अंगतंत्र सुचारु रूप से कार्यरत रहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)के द्वारा स्वास्थ्य परिभाषा प्रकार दी गई है -वह स्थिति जिसमें पूर्ण शारारिक ,मानसिक और सामाजिक सम्पन्नता हो ,न की केवल बीमारियों या पीड़ा का न होना। अर्थात ,अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारारिक तंदुरस्ती के साथ-साथ मानसिक रूप से सक्रीय होना भी अनिवार्य है। अर्थात ,शारारिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों एक दूसरे से सम्बंधित हैं।
अच्छा स्वास्थ्य वह शारारिक स्थिति है जिसमें सभी शारारिक अंग सुचारु ढंग से अपने कार्यो का संपादन करते हैं। अलग-अलग पेशे वाले व्यक्तियों के लिए अच्छे स्वास्थ्य का स्तर भी भिन्न होता है। जैसे एक नर्तकी के लिए दुबला -पतला ,छरहरा शरीर तथा अधिक दम-खम अच्छा स्वास्थ्य है ,जबकि एक पहलवान के लिए चौड़े कंधे तथा मजबूत मांसपेशियाँ अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए उसकी मूल शर्तो का ज्ञान होना आवश्यक है।