गोलीय दर्पण की फोकस दूरी उसकी वक्रता त्रिज्या की खाली स्थान होती है

Er Chandra Bhushan
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 Ans:-आधी

गोलीय दर्पण की फोकस दूरी f और वक्रता त्रिज्या R में सम्बन्ध होता है

Ans:-गोली दर्पण की फोकस दूरी उसकी वक्रता त्रिज्या की  आधी होती हैं ।

f=R/2

या

R=2f

एक समतल दर्पण द्वारा उत्पन्न आवर्धन प्लस एक है इसका क्या अर्थ है

Ans:- एक समतल दर्पण द्वारा उत्पन्न आवर्धन प्लस एक है इसका अर्थ हैं  वस्तु की ऊँचाई ,प्रतिबिंब की ऊँचाई के सामान है। 

m=+प्रतिबिंब की ऊँचाई/वस्तु की ऊँचाई

(+)➝चिन्ह परिपाटी के अनुसार समतल दर्पण में वस्तु की ऊँचाई प्रतिबिंब की ऊँचाई दो एक ही दिशा में है और समान है। इसीलिए  m=+1. 

अनंत एवं उत्तल दर्पण के ध्रुव के बीच रखी वस्तु का प्रतिबिंब कहां और किस प्रकृति का होगा। 

Ans:-अनंत एवं उत्तल दर्पण के ध्रुव के बीच रखी वस्तु का प्रतिबिंब दर्पण के भीतर ध्रुव और उत्तल दर्पण के फोकस के बीच और वस्तु से छोटा काल्पनिक बनेगा। 

उत्तल दर्पण से बनने वाले प्रतिबिंब की प्रकृति है। 

Ans:-प्रतिबिंब दर्पण के भीतर और वस्तु से छोटा काल्पनिक बनेगा। 

वस्तु दूरी u का चिन्ह क्या होगा जब एक अवतल दर्पण के सामने किसी वस्तु को रखा जाता है

Ans:- जब अवतल दर्पण के सामने किसी वस्तु को रखा जाता है तब u का चिन्ह ऋणात्मक होगा। 

उत्तल दर्पण से प्रतिबिंब सदैव बनता है। 

Ans:-उत्तल दर्पण से प्रतिबिंब सदैव काल्पनिक प्रतिबिम्ब बनता है। 



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