1.किसी व्यक्ति को अपनी दूर की दृष्टि को संशोधित करने के लिए -5.5 D क्षमता के लेंस की आवश्यकता है।अपनी निकट की दृष्टि को संशोधित करने के लिए उसे + 1.5 D क्षमता के लेंस की आवश्यकता है।संशोधित करने के लिए आवश्यक लेंस की फोकस-दूरी क्या होगी ?
(i) दूर की दृष्टि के लिए ,तथा (ii) निकट की दृष्टि के लिए।
2. एक निकट-दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति 80 cm दूर तक ही स्पष्ट रूप से देख सकता है। इस दोष को संशोधित करने के लिए आवश्यक लेंस की प्रकृति(nature) तथा क्षमता(power) क्या होगी ?
हल :-दिया गया है कि व्यक्ति 80 cm = 0.8 m तक की दूरी को स्पष्ट रूप से देख सकता है,अर्थात उसके लिए दूर-बिंदु F की नेत्र से दूरी 0.80 m है।
बहुत दूर(अनंत) की वस्तु को स्पष्ट देखने के लिए यह आवश्यक है कि उस वस्तु से आती समांतर किरणें अवतल लेंस से होकर नेत्र को F से आती हुई प्रतीत होनी चाहिए।
अतः यहाँ वस्तु-दूरी u=-∞ m और प्रतिबिंब-दूरी v = -0.8 m
3.एक दीर्घ-दृष्टि दोषयुक्त नेत्र 1 m से निकट की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है। इस दोष को संशोधित करने के लिए आवश्यक लेंस की प्रकृति और क्षमता क्या होगीं ?यह मान लें कि सामान्य नेत्र की निकट-बिंदु 25 cm है।
हल :- दिया गया है कि नेत्र 1 m से निकट की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है,अर्थात इस नेत्र का निकट-बिंदु N' नेत्र से 1 m दूर है।
सामान्य नेत्र का निकट-बिंदु N नेत्र से 25 cm पर है। अतः ,एक ऐसे लेंस की आवश्यकत है ,जो 25 cm पर रखी वस्तु का प्रतिबिंब 1 m पर बनाए। इसके लिए
u =-25 cm ,v =-1 m =-100 cm