class 10 th science electricity all question solution
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class 10 th science electricity all question solution

 class 10 th science electricity Example 12.2 in hindi 

उदहारण 12.2 12V विभवांतर के दो बिंदुओं के बीच 2 C आवेश को ले जाने में कितना कार्य किया जाता है ?

हल :-  विभवांतर V=12 वोल्ट के दो बिंदुओं के बीच प्रवाहित आवेश का परिमाण Q = 2 कुलॉम है। इस प्रकार के आवेश को स्थानांतरित करने में किया गया कार्य 

W=VQ 

W= 12V×2 C

W= 24 J  

class 10 th science electricity Example 12.3 in hindi 

 उदहारण 12.3 (a) यदि किसी विद्युत बल्ब के तंतु का प्रतिरोध 1200 है तो यह बल्ब 220 V स्रोत से कितनी विद्युत  धारा लेगा ? (b) यदि किसी विद्युत हीटर की कुंडली का प्रतिरोध 100 है तो यह विद्युत हीटर 220 V स्रोत्र से कितनी धारा लेगा ?

हल :-  (a) हमें दिया गया है V=220 V 

तथा R = 1200 Ω

अतः विद्युत धारा  I = V/R = 220 V/1200 Ω =0. 18 A 

(b) हमें दिया गया है V =220 V

तथा R=100

 अतः विद्युत धारा  I = V/R = 220 V/100 Ω =2.2  

class 10 th science electricity Example 12.4 in hindi 

उदहारण 12.4 जब कोई विद्युत हीटर स्रोत से 4 A विद्युत् धारा लेता है तब उसके टर्मिनलों के बीच विभवांतर 60 V है। उस समय विद्युत हीटर कितनी विद्युत धारा लेगा जब विभवांतर को 120 तक बढ़ा दिया जाए ?

हल :- हमें दिया गया है, विभवांतर V =60 V 

तथा विद्युत धारा I=4 A 

ओम के नियम के अनुसार , R = V/I 

=  60 V /4 A 

=15 Ω

जब विभवांतर बढ़ाकर 120 V किया जाता है तब विद्युत धारा I=V/R 

= 120V /15Ω

=8 A

अर्थात, तब हीटर से प्रवाहित विद्युत धारा का  मान 8 Aहो जाता है। 

उदहारण 12.5 किसी धातु के 1 m लंबे तार का 20 °C पर वैद्युत प्रतिरोध 26 Ω है। यदि तार का व्यास 0.3 mm है,तो इस ताप पर धातु की वैद्युत प्रतिरोधकता क्या है ?सारणी 12.2 का उपयोग करके तार के पदार्थ की भविष्यवाणी कीजिए।  

हल :- दिया गया है तार का प्रतिरोध R=26 Ω

व्यास d =0. 3 mm =3 ×10^-4 m ,

तथा तार की लंबाई l =1 m 

अतः, समीकरण धातु के तार की वैद्युत प्रतिरोधकता 

ρ = (RA/l) 

= (Rπd^2/4l)

=26 ×3.14×(3 ×10^-4 m)^2/(1m)

= 1.84×10^-4 Ω m

उदहारण 12.6 4 Ω प्रतिरोध के किसी तार की मोटाई दोगुनी कर दी जाती है। तार का नया प्रतिरोध परिकलित कीजिए। 

हल :- हमें दिया गया है R=4 Ω 

मतलब R= (ρl/A)

जब तार की मोटाई दोगुनी कर दी जाती है तो उसकी लंबाई आधी रह जाती है तथा तार की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल दोगुना हो जाता है। अर्थात लंबाई l तथा अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल 2 A के तार में परिवर्तित हो जाता है। 

चूँकि हम जानते है 

R1 = ρl/(2×2A)

R1 = (1/4)(ρl/A) 

यहाँ तार का न्य प्रतिरोध है। 

R1 = (1/4)×R 

अतः R1 = (1/4)×4 Ω 

=1 Ω



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