हल:- बिहार में नीलहे गोरों द्वारा तीनकठिया व्यवस्था प्रचलित थी जिसमें किस को अपनी भूमि के 3/20 हिस्से में नील की खेती करनी होती थी।किसान नील की खेती नहीं करना चाहते थे क्योंकि इससे भूमि की उर्वरता कम हो जाती थी।उसे उत्पादन का उचित कीमत भी नहीं मिलता था जिससे उसकी स्थिति दयनीय हो गई थी।किसानों के पक्ष को लेकर महात्मा गाँधी ने चंपारण में सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की इससे ब्रिटिश सरकार को अंत झुकना पड़ा। इसे ही चंपारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है।