उत्तर👉 हम जानते हैं की इलेक्ट्रॉन सभी परमाणुओं में उपस्थित होता है। चुकी परमाणु उदासीन होता है, अतः इन इलेक्ट्रोनो के आवेश के विपरीत आवेश वाले अन्य कण भी परमाणु में उपस्थित रहना चाहिए। परमाणु में धन आवेश से युक्त कणो के अस्तित्व का प्रमाण गोल्डस्टिन ने दिया। गोल्डस्टीन ने बताया कि विसर्ग नली के कैथोड में बारीक छिद्र कर दिया जाय और निम्न दाब (0.01mm) तथा अधिक विभावंतर (10,000 v) पर विधुत प्रवाहित की जाए तो कुछ विशेष प्रकार की किरणें एनोड से कैथोड की ओर गमन करती है, जिन्हें एनोड किरण कहते हैं चुकी ये किरने धन आवेश से युक्त होती है अतः इन्हें धन किरने भी कहते हैं इन करने को कैनाल करने भी कहा जाता है क्योंकि इन करने की गमन कैथोड के छेद या कैनाल होकर होता है।