गुरुत्व बल और भार किसे कहते हैं ? उनके अन्तर को स्पष्ट करें।
उत्तर- किसी वस्तु को पथ्वी जिस बल से अपने केंद्र की ओर आंकर्षित करती है, उसे गुरुत्व बल कहते हैं।
जब हम किसी वस्तु (जैसे- ईंटू) को हथेली पर रखते है तो वह हमें भारी लगता है। उस वस्तु को गिरने से रोकने के लिये उसपर, पथ्वी के गुरुत्व बल के बराबर परिमाण का बल ऊपर की ओर लगाना पड़ता पड़ता है, तब वस्तु भी, न्यटन के ततीय गति नियम से यम से हथेली पर उ उतनें ही परिमार्ण का बल नीचे की ओर लगाती है। इसे ही उस वस्तु का भार कहते हैं। गुरुत्व बल और भार में निम्नलिखित अन्तर है गेरुत्व बल
(1) जिस बल के कारण वस्तयें एक-दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, उसे गुरुत्वीय बल कहते हैं।
(ii) किसी दूस्तु का गुरुत्वीय बल सभी जगह पर समान रहता है।
(iii) इसे दण्डतुला की सहायता से मापा जाता है । (iv) गुरुत्वीय बल का परिमाण ज्ञात करने का सूत्र =
F= G.M x n/d² होता है।
भार
(i) यह वह बल है जिस बल के कारण पथ्वी किसी वस्ते को अपनी अपनी ओर ओर आकर्षित है।
(ii) वस्तु का भार स्थान परिवर्तन से बदलता रहता है।
(iii) इसे कमानीदार तुला से मापा जाता है।
(iv) इसे W = G - R2 से मापा जाता है।