2. वायु 👉 मिट्टी के कणों के बीच स्थित रिक्त स्थान रंध्र कहलाते हैं , जिनमे में जल के साथ-साथ वायु भी भरी रहती है। इसी वायु में पौधे की शोषण क्रिया चलती रहती है।
3. कार्बनिक पदार्थ👉 मृत जीव (जैसे पेड़ पौधे ,जीव जंतु और जीवाणु ) के सरने से मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ आ जाते हैं जिन्हें ह्यूमस कहा जाता है ह्यूमस मिट्टी को नाइट्रोजन एवं फास्फोरस प्रदान करता है।
4. अकार्बनिक पदार्थ👉 जिन पत्थरों से मिट्टी का निर्माण होता है उनमें उपस्थित अकार्बनिक पदार्थ भी मिट्टी में मिश्रित हो जाते हैं। रासायनिक खाद एवं उर्वरक के प्रयोग से भी मिट्टी में अकार्बनिक पौष्टिक तत्व आ जाते हैं।
5. खनिज 👉 मिट्टी में उपस्थित खनिज पदार्थ पौष्टिक तत्व कहलाते हैं,जो पौधों की वृद्धि और विकास में सहायक होते हैं। इनमें हाइड्रोजन,ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस,पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम,और लोहा तांबा, जस्ता, आदि प्रमुख है।