उत्तर मेक्यूलोक नामक वैज्ञानिक ने सन् 1827 ई. में मलेरिया शब्द का प्रयोग किया। सन् 1880 में लेवरन नामक वैज्ञानिक ने मलेरिया के रोगियों के रुधिर में मलेरिया परजीवी-प्लाज्मोडियम की खोज की। रोनाल्ड रॉस ने 1887 में मलेरिया परजीवी द्वारा मलेरिया होने की पुष्टि की। चिकित्सा के क्षेत्र में उन्हें इस कार्य के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।