उत्तर- संसार के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव पाए जाते हैं। पहाड़ों के जीव मैदानी भागों के जीवों से भिन्न होते हैं तो मरुस्थल के जीव वनों से भिन्न और इनमें से प्रत्येक जीव अपने आप में अद्भुत है। इस प्रकार जीवों में असीमित विविधता है। जैव विकास की लंबी अवधि में बहुत-सी जातियाँ लुप्त भी हो चुकी हैं। इतनी अधिक संख्या तथा विविधता में पाये जाने वाले जीवों में से प्रत्येक जीव का अलग-अलग अध्ययन बिल्कुल असंभव है। इस असंभव कार्य को करने के लिये विभिन्न प्रकार के जीवों को क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित करना अर्थात उनका वर्गीकरण करना आवश्यक है। बर्गीकरण करने पर हम प्रत्येक वर्ग से केवल कुछ प्रतिनिधि जीवों का अध्ययन करके उस वर्ग के अन्य सभी सदस्यों के विषय में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।