उत्तर-अनेक रोगों के विरुद्ध प्रतिरक्षियों के उत्पन्न करने हेतु प्रतिजन को कमजोर करके या मारकर उसे शरीर के अंदर प्रविष्ट कर देते हैं। इस प्रतिजन से प्रतिरक्षी तंत्र प्रेरित होकर स्मृति कोशिकाएँ बनाता है जो अगली बार रोग होने पर तुरंत मारक कोशिकाओं को जन्म देती है जो रोग से लड़ती हैं। प्रतिरक्षण टीकों द्वारा किया जाता है।