उत्तर- खेती की वह पद्धति जिसमें रासायनिक उर्वरकों, पीड़कनाशकों तथा अन्य रसायनों का उपयोग कम-से-कम या बिल्कुल नहीं कर कार्बनिक पदार्थों का उपयोग हो, कार्बनिक खेती (organic farming) कहलाती है। इस प्रकार की खेती में पेड़-पौधों के अपशिष्ट, जानवरों के मल-मूत्र, कृषि-अपशिष्ट आदि कार्बनिक पदार्थों के अपघटन द्वारा मृदा की उर्वरता बढ़ाई जाती है। इसमें नील-हरित शैवाल का संवर्धन किया जाता है जो वायु से नाइट्रोजन गैस को ग्रहण कर नाइट्रोजनी यौगिकों में परिवर्तित कर जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाता है।