उत्तर👉 चक्रवात अत्यधिक तेज वायु की एक लहर है चक्रवात के मध्य में स्थित वायु का ताप बढ़ने से वायु ऊपर उठने लगती है जिससे वहां वायु का दाब काम हो जाता है निम्न दाब के वायु के चारों ओर उच्च दाब वाले वायु केंद्रीय क्षेत्र की विरलता के कारण उसकी और तेजी से प्रवाहित होने लगती है जिससे चक्रवात बनता है चक्रवात के साथ-साथ पराजय मूसलाधार वर्षा भी होती है क्योंकि निम्न दाब वाले वायु के धीरे-धीरे ठंडा होने से उसमें स्थित जलवाष्प के कान संघनित होने लगते हैं जिससे वर्षा होने लगती है।
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवात की तीव्रता बहुत अधिक होती है।इससे पूर्वी तट के राज्यों में भारी वर्षा होती है। चक्रवात के प्रभाव से बस्तियों के कच्चे मकान ढह जाते हैं। समुद्र में ऊंची ऊंची लहरी उठाती है।मछुआरे इन लहरों में फंसकर जान गवा बैठते हैं ।मछली पकड़ने वाली नौकरी तथा मालवाहक जहाज क्षतिग्रस्त हो जाती है। समुद्री जल के लहरे तटवर्ती क्षेत्रों में फाइल कर बात की स्थिति उत्पन्न कर देती है। इससे जन जीवन तबाह हो जाता है।