उत्तर- एपिथीलियमी ऊतक के तीन कार्य इस प्रकार हैं-
(i) इनका कार्य आन्तरिक अंगों को सुरक्षा देना तथा रक्तवाहिनियों एवं वायुकोषों में पदार्थों के विसरण में सहायता देना है।
(ii) अवशोषण एवं स्रवण के अतिरिक्त ये अंगों को यांत्रिक अवलंब (mechanical support) अर्थात् सहारा भी प्रदान करते हैं।
(iii) अंडवाहिनी में ऐसी कोशिकाओं की सिलिया अपने गति के द्वारा अण्डाणु (ova) को एक ही दिशा में जाने में मदद करती है।