उत्तर क्षयरोग या टी० बी० जीवाणुजनित संक्रामक रोग हैं। यह एक प्रकार के बैक्टीरिया माइकोबैक्टेरियम ट्युबरकुलोसिस के कारण होता है। शरीर में पहुँचने के बाद यह बैक्टीरिया एक जहरीला पदार्थ ट्युबरकुलीन मुक्त करता है। यह रोगाणु सामान्यत: फेफड़ा को प्रभावित कर उसके ऊतकों को क्षतिग्रस्त कर देता है। रोग का समुचित इलाज न होने पर यह फेफड़ा के अतिरिक्त आहारनाल, मस्तिष्क तथा हड्डियों तक फैलकर उन्हें भी प्रभावित करता है। मनुष्य के शरीर में टी० बी० के बैक्टीरिया का उद्भवन अवधि कुछ सप्ताह से कई वर्षों तक का होता है। यह रोग संक्रमित रोगी के थूक, कफ, खाँसी के माध्यम से फैलता है। क्षयरोग से ग्रसित गाय के दूध को बिना अच्छी तरह उबाले पीने से फैलनेवाला संक्रामक रोग है।