उत्तर- लसीका को भी तरल संयोजी ऊतक कहते हैं। यह एक वर्णहीन द्रव है जिसमें लाल रुधिर कणिकायें एवं प्लेटलेट्स नहीं होते हैं। इसमें रक्त से कम मात्रा में कैल्सियम एवं फॉस्फोरस प्रायः पाया जाता है। साधारणतः इसमें श्वेत कणिकायें (लिम्फोसाइट्स) तैरते रहते हैं। रुधिर की अपेक्षा लसीका में कम मात्रा में पोषक पदार्थ एवं ऑक्सीजन होते हैं, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड एवं अपशिष्ट पदार्थ अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।