गाँधी का समझौतावादी रूख -
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गाँधी का समझौतावादी रूख -

 गाँधी का समझौतावादी रूख -

उत्तर:– आंदोलन प्रारंभ करने से पूर्व गांधी ने वायसराय इरविन के समक्ष अपनी 11 सूत्रीय मांग को रखा और सरकार द्वारा इसे पूरा किये जाने की स्थिति में प्रस्तावित आंदोलन को स्थगित करने की बात कही। परन्तु इरविन ने मांग को मानना तो अलग गांधी से मिलने से भी इनकार कर दिया। इस बीच सरकार का दमनचक्र भी तेजी से चल रहा था । अतः बाध्य होकर गांधी ने अपना आंदोलन 'दांडी मार्च' से आरंभ करने को निश्चय किया।

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