रूसीकरण की नीति :
सोवियत रूस विभिन्न राष्ट्रीयताओं का देश था। यहाँ मुख्यतः स्लाव जाति के लोग रहते थे। इनके अतिरिक्त फिन, पोल, जर्मन, यहूदी आदि अन्य जातियों के लोग भी थे। ये भिन्न-भिन्न भाषा बोलते थे तथा इनका रस्म-रिवाज भी भिन्न-भिन्न था। परन्तु रूस के अल्पसंख्यक समूह जार-निकोलस द्वितीय द्वारा जारी की गई रूसीकरण की नीति से परेशान था। इसके अनुसार जार ने देश के सभी लोगों पर रूसी भाषा, शिक्षा और संस्कृति लादने का प्रयास किया। इससे अल्पसंख्यकों में हलचल मच गई। 1863ई० में इस नीति के विरुद्ध पोलो ने विद्रोह किया तो उनका निर्दयतापूर्वक दमन किया गया। इस प्रकार रूसी राजतंत्र के प्रति उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा था।