जर्मनी के एकीकरण में बिस्मार्क की भूमिका का वर्णन करें।
उत्तर:- बिस्मार्क पहले जर्मन डायट में प्रशा का प्रतिनिधि करता था। अपनी सफल कूटनीति का परिचय देते हुए जर्मनी के एकीकरण में जुट गया। बिस्मार्क जर्मनी के एकीकरण के लिए सैनिक शक्ति के महत्व को समझता था। अतः इसके लिए उसने रक्त और लोह की नीति अपनाया। बिस्मार्क की नीति के अंतर्गत ऑस्ट्रिया से युद्ध करना संभव था, परंतु वह ऑस्ट्रेलिया को आक्रमणकारी साबित करना चाहता था। बिस्मार्क ने इटली के शासक विक्टर इमैनुएल से संधि कर ली जिसके अनुसार ऑस्ट्रिया - प्रशा में इटली को ऑस्ट्रिया क्षेत्रो पर करना था। ऑस्ट्रिया ने 1866 में प्रशा के खिलाफ सेडोवा से युद्ध की घोषणा कर दी। इस प्रकार ऑस्ट्रिया का कार्य जर्मनी से काम हो गया।