तात्कालिक कारण-प्रथम विश्व युद्ध में रूस की पराजय :
प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 ई० तक चला। इस युद्ध में रूस भी मित्र राष्ट्रों की ओर से शशामिल हुआ था। इस युद्ध में सम्मिलित होने का एकमात्र उद्देश्य था कि रूसी जनता आंतरिक असंतोष भूलकर बाहरी मामलों में उलझ जाए। परन्तु इस युद्ध में चारों तरफ रूसी सेनाओं की हार हो रही थी, न उनके पास अच्छे हथियार थे एवं न ही पर्याप्त भोजन की सुविधा थी। युद्ध के मध्य जार निकोलस II ने सेना का कमान अपने हाथों में ले लिया । परिणामस्वरूप दरबार खाली हो गया तथा उसकी अनुपस्थिति में जरीना (जारनिकोलस II की पत्नी) और उसके तथाकथित गुरु रासपुटिन (पादरी ) को षड्यंत्र करने का मौका मिल गया, जिसके कारण राजतंत्र की प्रतिष्ठा और भी गिर गई।