निषेचित न हो सकने वाले एक परिपक्व अंडाणु का क्या होता है ?
उत्तर-एक परिपक्व अंडाणु यदि निषेचित न हो तो यह लगभग एक दिन तक जीवित रहती है क्योंकि अंडाशय प्रत्येक माह एक अंड का मोचन करता है, अतः निषेचित अंड की प्राप्ति हेतु गर्भाशय भी प्रति माह तैयारी करता है। अतः इसकी अंतःभित्ति मांसल एवं स्पाँजी हो जाती है। यह अंड के निषेचन होने की अवस्था में उसके पोषण के लिए आवश्यक है। परन्तु निषेचन न होने की अवस्था में इस परत की भी आवश्यकता नहीं रहती है। अतः यह परत धीरे-धीरे छूट कर योनि भार्ग से रुधिर एवं म्यूकस के रूप में निष्कासित होती है। इस चक्र में लगभग एक मास का समय लगता है तथा इसे ऋतुस्राव अथवा रजोधर्म कहते हैं। इसकी अवधि लगभग 2 से 8 दिनों की होती है।