ओम के नियम को लिख कर इसकी व्याख्या करें।
उत्तर:- किसी चालक के ताप में परिवर्तन न हो, तो उसमें प्रवाहित विद्यत धारा उसके सिरों के बीच आरोपित विभवांतरे के समानुपाती होती है।
अर्थात,
I = V/R (जहाँ, R नियतांक है जिसे चालक का प्रतिरोध कहते हैं।)
ओम के नियम को लिख कर इसकी व्याख्या करें।
उत्तर:- किसी चालक के ताप में परिवर्तन न हो, तो उसमें प्रवाहित विद्यत धारा उसके सिरों के बीच आरोपित विभवांतरे के समानुपाती होती है।
अर्थात,
I = V/R (जहाँ, R नियतांक है जिसे चालक का प्रतिरोध कहते हैं।)