Bihar board class 10th hindi question answer
पीपल के पत्ते गोल-गोल
कुछ कहते रहते डोल-डोल
जब-जब आता पंछी तरू पर जब-जब आता पंछी उड़कर
जब-जब खाता फल चुन-चुनकर
उत्तर- प्रस्तुत पद्यांश गोपाल सिंह नेपाली रचित 'पीपल' शीर्षक कविता से उद्धृत है। कवि कहता है कि पीपल का पत्ता सतत् डोलता रहता है अर्थात वह बोलता रहता है। पक्षी पीपल के पेड़ पर आते हैं, उसका फल चुन-चुन कर खाते हैं। पीपल पक्षियों को फल खाने के लिए हमेशा बुलाता रहता है।
(ख) "अब सारा संसार निस्तब्धता में सोया है, बालगोबिन भगत का संगीत जाग रहा है, जगा रहा है। " व्याख्या कीजिए।
उत्तर-प्रस्तुत पंक्तियाँ रामवृक्ष बेनीपुरी रचित 'बालगोबिन भगत' से ली गई हैं। लेखक इन पंक्त्यिों के माध्यम से बालगोबिन भगत की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डाला है। बालगोबिन भगत गृहस्थ रहते हुए भी सांसारिकता से दूर थे। रात में जब सबलोग निद्रा में लीन रहते थे तो वे ईश्वर भजन में तल्लीन हो जाते थे। वे सच्चे अर्थ में साधक थे, साधु थे ।