1. निम्नलिखितमे कोनो एक विषय पर निबंध लिखू (लगभग 250- 300 शब्दमें) 10×1=10
(A) अनुशासन
(B) प्रजातंत्र
(C) बाढ़ि
(D) सह शिक्षा
(E) बाल-विवाह
(C) बाढ़ि
जलक स्वभाव अछि जे ओ नीचाँ दिस होइत बहत। ते साधारण रूपे जल रहने धार आ नदीक पानि किनहेरिक बीच घेरल रहैछ मुदा विशेष समय मे विशेष कारण सँ अधिक जलक आगमन होइछ। फलतः, ओकर किनहेरि सँ जल ऊपर आबि जाइछ । यैह अतिरिक्त जल धारक कातक घर, आङन आ खेत-पथार मे पसरि जाइछ। अतिरिक्त जलक यह प्रसार थीक बाढ़ि।
कहियो काल मूसलाधार पानि पड़ैछ। अधिक पानि के धार अथवा नदी रोकि रखबा में असमर्थ भए जाइछ। अतएव अतिरिक्त जल चारूकात पसरि जाइछ। कहियो काल पर्वत शिखर परहक बर्फ वायुक झोंक सँ पघिल जाइछ। एहि हेतु जलक परिमाण में वृद्धि भए जाइछ। धारक पेट उत्थर भएने थोड्यो जल बढ़ने पानि उछलि जाइछ। एहि सब कारण सँ उत्तर बिहार अर्थात् मिथिला मे कमला आ कोशी नदी मे बड़ बाढ़ि अबैछ।
बाढ़ि लोक के बड़ कष्ट पहुँचबैछ। घर-आङन टापू भए जाइछ। जीव-जन्तु जान सँ हाथ धोइछ। माल-मवेशी खतरा मे पड़ि जाइछ। लोक गृहविहिन आ धनहीन भए जाइछ। खेत पथारक उपजल अन्न दहाए जाइछ। अकाल विकराल रूप बनाकए देश पर टूट पड़ैछ। फलतः, गृहविहिन जनता अन्नक हेतु तरसैछ।
बाढ़ि सँ लाभो होइछ। बाढ़िक नवीन जल मे पाँक मिलल रहेछ। ते जेम्हर देने बाढ़िक पानि पसरैछ, तेम्हर-तेम्हर पाँक पड़ैछ जे उपजाक लेल अमूल्य खादक काज करैछ। भूमिक उर्वराशक्ति बहुत बढ़ि जाइछ। सुखाएल पोखरि झाँखरि भरि जाइछ जे जलक भण्डार बनि लाभप्रद प्रमाणित होइछ।
अतः स्पष्ट अछि जे बाढ़ि हानिकारक आ लाभप्रद दुनू अछि। यदि ओकर उत्पातक नियंत्रण कएल जाए तँ नोकसानक स्थान पर लाभेलाभ भेनिहार थीक। मुदा नियंत्रण कठिन कार्य थीक आ एहि मे अधिक व्ययक काज पड़ैछ। ई व्यय ने केवल सरकारे कए सकैछ आ ने केवल जनता। दुनू कँ मिलिजुलि कए कार्य कएला सँ सफलता भेटब सुगम भए जाइछ। शारीरिक श्रमदान दए जनता सरकारक सहयोग कए बाढ़ि के काबू में आनिकए समाज आ देशक संग राष्ट्रक महान उपकार करबाक भागी भए सकैछ। तैं सबहि व्यक्तिक आ सबल संस्थाक पावन कर्त्तव्य होइछ जे ओ यथासाध्य बाढ़िग्रस्त जनता ओ जीव क सहायता प्रदान कए देशहितसाधना में सहयोगी बनथि।