1. ब्रिटेन में राष्ट्रवाद का इतिहास शेष यूरोप की तुलना में किस प्रकार भिन्न था ?
उत्तर-(i) क्रांति के वगैर-ब्रिटेन में राष्ट्र राज्य का निर्माण अचानक हुई उथल-पुथल या क्रांति का परिणाम नहीं था। यह एक लंबी चलने वाली प्रक्रिया का नतीजा था । इसके अलावा यूरोप के अन्य देशों में क्रांति के लिए राष्ट्रवाद ही जिम्मेदार था ।
(ii) भिन्न रीतिरिवाज-अठारहवीं सदी से पहले ब्रितानी राष्ट्र था ही नहीं। यह एक जातीय समूहों का संगठन था जिनकी अपनी राजनीतिक और सांस्कृतिक परम्पराएं थीं । इन सबके बावजूद यहाँ राष्ट्रवाद की भावना उदित हुई। लेकिन अन्य यूरोपीय देशों के लोग एक ही जाति से संबंध रखते थे ।
(iii) संसद का योगदान-इंगलैंड में राष्ट्रवाद की भावना संसद के माध्यम से आई । लेकिन दूसरे राष्ट्रों में राजा औरं राष्ट्रीय अभिनेता इसके लिए जिम्मेदार थे ।
2. खूनी रविवार क्या है ?
उत्तर-1905 ई० के ऐतिहासिक रूस-जापान युद्ध में रूस बुरी तरह पराजित हुआ । इस पराजय के कारण 1905 ई० में रूस में क्रांति हो गई। 9 फरवरी, 1905 ई० को लोगों का समूह "रोटी दो" के नारे के साथ सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए सेंट पीटर्सबर्ग स्थित महल की ओर जा रहा था। परन्तु जार की सेना ने इन निहत्थे लोगों पर गोलियाँ बरसायीं जिसमें हजारों लोग मारे गए, उस दिन रविवार था इसलिए उस तिथि को खूनी रविवार (लाल रविवार) के नाम से जाना जाता है ।
3. चंपारण सत्याग्रह के बारे में बताएँ ।
उत्तर-बिहार में नीलहे गोरों द्वारा तीनकठिया व्यवस्था प्रचलित थी जिसमें किसान को अपनी भूमि के 3/20 हिस्से में नील की खेती करनी होती थी। किसान नील की खेती नहीं करना चाहते थे क्योंकि इससे भूमि की उर्वरता कम हो जाती थी। उसे उत्पादन का उचित कीमत भी नहीं मिलता था जिससे उसकी स्थिति दयनीय हो गई थी। किसानों के पक्ष को लेकर महात्मा गाँधी ने चंपारण में सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की। इससे ब्रिटिश सरकार को अन्ततः झुकना पड़ा। इसे ही चम्पारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है।
4 शहर किस प्रकार के क्रियाओं के केन्द्र होते हैं ?
उत्तर-शहर व्यापार और उत्पादन संबंधी क्रियाओं के केन्द्र होते हैं। यहाँ शिक्षा, यातायात, स्वास्थ्य व रोजगार की बेहतर संभावनाएँ होती हैं जिसके कारण लोग गाँव से शहर की ओर पलायन करते हैं। आधुनिक काल से पूर्व व्यापार एवं धर्म शहरों की स्थापना के महत्त्वपूर्ण आधार थे ।
5. भारतीय समाचार-पत्रों की स्वतंत्रता 1835 ई० का वर्णन करें।
उत्तर-विलियम बेंटिक समाचार पत्रों के प्रति उदार दृष्टिकोण रखता थाले किन 1823 ई० के नियम को रद्द कर चार्ल्स मेटकॉफ भारतीय समाचार-पत्रों के मुक्तिदाता के रूप में विभूषित हुआ। नए अधिनियम के तहत प्रकाशक प्रकाशन स्थान की सूचना देकर सुगमता से समाचार-पत्र प्रकाशित कर सकती था । 1856 ई० तक यह कानून चलता रहा, फलतः देश में समाचार-पत्रों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई ।
6. खेड़ा आंदोलन पर प्रकाश डालें ।
उत्तर-गुजरात के खेड़ा जिला में किसानों ने लगान माफी के लिए आंदोलन चलाया। महात्मा गाँधी ने लगान माफी के लिए किसानों की माँग का समर्थन किया क्योंकि 1917 ई० में अधिक बारिस के कारण खरीफ की फसल को व्यापक क्षति पहुँची थी। लगान कानून के अन्तर्गत ऐसी स्थिति में लगान माफी का प्रावधान नहीं था। 22 जून, 1918 ई० को यहाँ गाँधीजी ने सत्याग्रह का आह्वान किया जो वस्तुतः एक महीने तक जारी रहा। इसी बीच रबी की अच्छी फसल होने और सरकार द्वारा भी दमनकारी उपाय, समाप्त करने से स्थिति काफी बदली और गाँधीजी ने सत्याग्रह समाप्त करने की घोषणा की।