निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिये गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 250-300 शब्दों में निबंध लिखिए :

Er Chandra Bhushan
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bihar board class 10th hindi question answer

Class 10th हिंदी निबंध 

(क) वृक्षारोपण

(i) भूमिका (ii) महत्त्व (iii) आयोजन (iv) निष्कर्ष

(ख) त्योहार के महत्त्व

(i) भूमिका (ii) महत्त्व (iii) आयोजन (iv) निष्कर्ष

(ग) गाँधी जयन्ती

(i) भूमिका (ii) बाल्यकाल (iii) राजनीति (iv) देन (v) उपसंहार

(घ) परोपकार

(i) भूमिका (ii) प्रेरणा (iii) कर्त्तव्य और लाभ (iv) उपसंहार

(ङ) पिकनिक

(i) आरम्भ (ii) तैयारी (iii) समारम्भ (iv) उपसंहार

त्योहार के महत्त्व

भारत को यदि हम त्योहारों का देश कहें तो अनुचित नहीं होगा। हमारे देश में वर्ष भर त्योहारों की धूम मची रहती है। हर बदलते मौसम के साथ ही कोई न कोई त्योहार अवश्य मनाया जाता है। ये त्योहार एक ओर हमें ऋतु परिवर्तन का संदेश देते हैं, तो दूसरी ओर उसके स्वागतार्थ हममें उत्साह उमंग का संचार करते हैं। कुछ त्योहार धार्मिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं। ये सभी हमें एकता, प्रेम, भाई-चारा एवं सौहार्द का संदेश देते हैं। वैसे भी हमारे देश में लगभग सभी धर्मों के निवासी हैं। भारत में सभी धर्मों को सम्मान प्राप्त है। सभी धर्मों के अनुयायियों को अपना धर्म पालन की पूर्ण स्वतंत्रता है। यही कारण है कि सभी त्योहारों को पूरा देश मिल जुलकर प्रसन्नता से मनाता है।

मानव समाज में कटुता बहुत तेजी से बढ़ी है। लोग मतलबी होते जा रहे हैं। ऑफिस से घर और घर के अन्दर ताले में बन्द हो जाते हैं। यह कोई जिन्दगी जीना नहीं है, अपने को मशीन बना लेना है- "यंत्र मानव" । दिशाहीन व्यस्तता मनुष्य को अपनी वास्तविक आनंद तथा सुख से दूर ले जाता है। अतः हमें निराश जीवन से मुक्ति हेतु सार्वजनिक जीवन में आना पड़ेगा और उसका सबसे बड़ा माध्यम है 'त्योहार' ।

त्योहार को हम मुख्य रूप से तीन भाग में बाँट सकते हैं। धार्मिक त्योहार जिसे हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख और पारसी अपने-अपने ढंग से मनाते हैं और वे सामाजिक त्योहार भी मनाते हैं। जिसमें उनकी सांस्कृतिक झलक दिखलाई पड़ती है। रथयात्रा, होली, रक्षा बन्धन, दशहरा, जन्माष्टमी, नागपंचमी, छठ, गोधन पूजन, ईद-बकरीद, मुहर्रम, सबेबारात, क्रिसमस, ओणम, वैशाखी, पोंगल, गणेश चतुर्थी, कार्तिक पूर्णिमा, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, अंबेडकर जयंती, गाँधी जयंती, गुरुनानक, कबीर, तुलसी, रैदास, गुरुपूर्णिमा आदि अनेक त्योहार हमारे देश में मनाये जाते हैं। इससे मानवता का विकास होता है, समाज उन्नत होता है। सार्वजनिक जीवन आनन्दपूर्ण जीने की प्रेरणा देता है।

परस्पर एकता, प्रेम, सेवा, एकरसता, एकात्मकता, त्याग, एकरूपता, सेवादर्श, आदि में त्योहारों का महत्त्व है। त्योहारों के मनाने से सम्पूर्ण मानव समाज को धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रीयता के साथ सुख-समृद्ध और विकास

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