संभावी एवं संचित कोष संसाधन में अंतर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर-संभावी संसाधन- किसी क्षेत्र विशेष में मौजूद वैसे संसाधन हैं, जिनका अभी तक उपयोग नहीं हुआ है, किन्तु जिसके उपयोग में लाये जाने की संभावना रहती है। जैसे-हिमालय प्रदेश का खनिज, जिनका उत्खनन अधिक गहराई में होने के कारण दुर्गम एवं महंगा है।
संचित-कोष संसाधन-भंडार संसाधन के वैसे भाग हैं, जिसे उपलब्ध तकनीक के आधार पर प्रयोग में लाया जा सकता है, किन्तु इनका उपयोग प्रारंभ नहीं हुआ है। उदाहरण के लिए नदी जल, जिससे भविष्य में जल-विद्युत उत्पन्न किया जा सकता है। वर्तमान में इसका प्रयोग अत्यन्त ही सीमित है।
अवसादी चट्टानों में खनिज किस प्रकार पाए जाते हैं ?
उत्तर- (i) अनेक खनिज अवसादी चट्टानों के संस्तरों या परतों में पाए
जाते हैं । (ii) इनका निर्माण क्षैतिज परतों में निक्षेपण, संचयन व जमाव का परिणाम है ।
(iii) कोयला तथा कुछ अन्य प्रकार के लौह अयस्कों का निर्माण लंबी अवधि तक अत्यधिक ऊष्मा व दबाव का परिणाम है।
(iv) अवसादी चट्टानों में दूसरी श्रेणी के खनिजों में जिप्सम, पोटाश, नमक व सोडियम सम्मिलित हैं। इनका निर्माण विशेषकर शुष्क प्रदेशों में वाष्पीकरण के फलस्वरूप होता है ।
मुम्बई हाई तेल उत्पादक क्षेत्र का परिचय दें ।
उत्तर-मुम्बई हाई क्षेत्र मुम्बई तट से 176 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम दिशा में अरब सागर में स्थित है। यहाँ 1975 में तेल खोजने का कार्य शुरू हुआ । यहाँ समुद्र में सागर सम्राट नामक मंच बनाया गया है जो एक जलयान है और पानी के भीतर तेल के कुँए खोदने का कार्य करता है। यहाँ 80 करोड़ टन तेल के भण्डार का अनुमान है ।
बिहार में नहरों के विकास से सम्बन्धित समस्याओं को लिखिए ।
उत्तर-बिहार में नहरों के विकास की निम्नलिखित समस्याएँ हैं :
(i) राज्य सरकार की उदासीनता ।
(ii) नहर विकास हेतु पूँजी का अभाव ।
(iii) बारहमासी नदियों का अभाव ।
(iv) कुछ नदियों द्वारा तीव्र मार्ग परिवर्तन ।
(v) केन्द्र सरकार की उपेक्षा इत्यादि ।
तलचिह्न और स्थानिक ऊँचाई क्या है ?
उत्तर-तलचिह्न - वास्तविक सर्वेक्षण के द्वारा दीवारों, पुलों, खंभों, पत्थरों जैसे स्थायी वस्तुओं पर समुद्र तल से मापी गई ऊँचाई को प्रदर्शित करने वाले चिह्न को तलचिह्न (Bench Mark) कहा जाता है। इसे फीट या मीटर की इकाई में प्रदर्शित किया जाता है।
स्थानिक ऊँचाई - तलचिह्न की सहायता से किसी स्थान विशेष की मापी गई ऊँचाई को स्थानिक ऊँचाई (Spot Height) कहा जाता है। इस विधि में बिंदुओं के सहारे मानचित्र में स्थानों की ऊँचाई की संख्या लिख दी जाती है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का क्या महत्त्व है ?
उत्तर- (i) इसने 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिए हैं।
(ii) यह उद्योग विदेशी मुद्रा प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत बन गया है।
(iii) इसने सेवा क्षेत्र के विकास में मदद की है।
(iv) इसने महिलाओं को रोजगार दिए हैं।